जोनपुर ब्लॉक की 61 ग्राम सभाओं में निर्विरोध चुने गए ग्राम प्रधान, 164 में से 1/3 सीटों पर नहीं हुआ मतदान
टिहरी गढ़वाल। पंचायत चुनावों को लेकर जहां एक ओर कई क्षेत्रों में कड़ी चुनावी टक्कर देखने को मिली, वहीं टिहरी जनपद के जौनपुर ब्लॉक से लोकतंत्र की एक अलग मिसाल सामने आई है।
यहां कुल 164 ग्राम सभाओं में से 61 ग्राम प्रधान निर्विरोध चुने गए हैं, जो अपने आप में एक बड़ी और उल्लेखनीय उपलब्धि है।निर्विरोध निर्वाचन को क्षेत्र में शांति, भाईचारे और आपसी समझदारी का प्रतीक माना जा रहा है।
गांव-गांव में मतदाताओं ने परंपरागत राजनीति से अलग हटकर सामाजिक एकता को तरजीह दी। कई स्थानों पर योग्य प्रत्याशियों को देखते हुए अन्य दावेदारों ने स्वेच्छा से नाम वापस ले लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम प्रधानों के अलावा कई वार्ड सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पदों पर भी निर्विरोध निर्वाचन हुआ है।
निर्विरोध चयन की यह स्थिति प्रशासन और ग्रामीण जनता दोनों के लिए राहत भरी रही, जिससे मतदान की प्रक्रिया और खर्च में काफी कमी आई।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय राजनीतिका विश्लेषकों का मानना है कि यह परिणाम दर्शाता है कि जौनपुर ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में अब जागरूकता बढ़ रही है। लोग विकासशील नेतृत्व को महत्व दे रहे हैं, और विवाद से दूर रहते हुए सामाजिक सौहार्द बनाए रखना चाहते हैं।चुनाव प्रक्रिया बाकी ग्राम सभाओं में शांतिपूर्वक जारी जहां एक ओर 61 ग्राम प्रधान निर्विरोध चुने गए हैं,
वहीं शेष 103 ग्राम सभाओं में मतदान की प्रक्रिया निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलेगी ,प्रशासन ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ की हैं।जनप्रतिनिधियों से विकास की अपेक्षा ग्राम वासियों की यह अपेक्षा है कि निर्विरोध चुने गए प्रधान अब बिना किसी राजनीतिक दबाव के गांवों के समग्र विकास पर ध्यान देंगे – सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों पर प्राथमिकता के साथ ।