उत्तराखंड में मौसम विभाग की ओर से जारी रेड और ऑरेंज अलर्ट के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उच्च स्तरीय बैठक कर अधिकारियों को आपदा प्रबंधन को लेकर कड़े निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि सभी अधिकारी 24×7 अलर्ट मोड पर रहें और राहत-बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित किए जाएं।ौ उन्होंने साफ किया कि आपदा प्रभावित लोगों के साथ सरकार केवल आर्थिक सहयोग तक सीमित नहीं है,
बल्कि उनकी भावनाओं और संवेदनाओं से भी जुड़ी है।मौसम विभाग के अनुसार,
1 सितम्बर को देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट रहेगा। वहीं,
2 सितम्बर को देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और बागेश्वर जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने नदियों के जलस्तर पर निरंतर नजर रखने और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। मैदानी इलाकों में जलभराव से निपटने के लिए अग्रिम तैयारी पर भी जोर दिया गया।
सीएम ने उत्तरकाशी के हर्षिल और स्यानाचट्टी में बनी झीलों की निगरानी के साथ रिवर चैनलाइजेशन और मलबा हटाने के कार्य को प्राथमिकता देने के आदेश दिए।
बैठक में सीएम ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को ज्योतिर्मठ-मलारी हाईवे पर तमक नाले में बहे पुल की जगह जल्द बैली ब्रिज बनाने के निर्देश दिए। साथ ही गंगोत्री हाईवे को सुरक्षित बनाने के लिए भी ठोस कदम उठाने को कहा।चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात समाप्त होते ही सभी मार्गों की मरम्मत और नई सड़कों के निर्माण कार्य तुरंत शुरू कर दिए जाएं।-