पुरोला और चकराता में विकास पर ग्रहण: 80 योजनाएं निरस्त, SCP बजट की वापसी से मचा हड़कंप में उबाल, जनप्रतिनिधियों से जवाब की मांग ।

-पुरोला और चकराता में विकास पर ग्रहण: 80 योजनाएं निरस्त, SCP बजट की वापसी से मचा हड़कंपजनता में उबाल, जनप्रतिनिधियों से जवाब की मांग; शासन की कार्यप्रणाली पर उठे सवालउत्तरकाशी (विशेष संवाददाता):जनजातीय बहुल क्षेत्र पुरोला और चकराता विधानसभा के विकास को बड़ा झटका लगा है। स्पेशल कंपोनेंट प्लान (SCP) के तहत स्वीकृत 80 योजनाएं शासन द्वारा अचानक निरस्त कर दी गई हैं।

इस फैसले ने क्षेत्र की राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक हलचलों को हवा दे दी है।खास बात यह है कि यह सभी योजनाएं पहले ही स्वीकृत थीं और कुछ पर कार्य प्रारंभ भी हो चुका था। अब बजट की वापसी और योजनाओं की निरस्ती ने क्षेत्रीय जनता को झकझोर दिया है।“सरकार द्वारा बनाए गए सचिव इतने बेख़बर कैसे हो सकते हैं?”

प्रमुख सवाल यह है

कि जब इन योजनाओं को पहले ही मंजूरी दी जा चुकी थी, तब सरकार के ही अधिकारी और सचिव किस आधार पर उन्हें रद्द कर रहे हैं?

स्थानीय लोगों का कहना है

कि यह स्पष्ट रूप से प्रशासनिक लापरवाही या फिर राजनीतिक द्वेष का संकेत देता है।विधायक निधि से जुड़ी योजनाएं भी ठपखबर के अनुसार, विधायक कोटे से भेजी गई दर्जनों योजनाएं भी निरस्त कर दी गई हैं। यह न सिर्फ़ जनप्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन है, बल्कि जनता के भरोसे पर भी आघात है।जनता पूछ रही है:आखिर शिकायत किसने की?क्या शिकायत की गई थी?कौन अधिकारी इस निर्णय के पीछे है?पुरोला को ही क्यों निशाना बनाया गया?राजनीतिक संदेश: “2027 नजदीक है”स्थानीय नेताओं ने सख्त लहजे में चेतावनी दी है

कि “जनता सबसे बड़ी है, 2027 नजदीक है।”इस बयान के जरिए यह स्पष्ट किया गया कि यदि जनता की समस्याएं नहीं सुनी गईं, तो आगामी चुनाव में सत्ताधारी दल को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।सड़क योजनाओं पर श्रेय की लड़ाईजहां कुछ योजनाओं के उद्घाटन को प्रचार का माध्यम बनाया जा रहा है, वहीं जनता का कहना है कि उद्घाटन से ज़्यादा ज़रूरी योजनाओं को रद्द होने से बचाना है।

सेवरी रोड, नैटवाड़-सांकरी-जखोल मोटर मार्ग, और PMGSY की अन्य परियोजनाएं चर्चा में हैं, पर SCP योजनाओं का निरस्तीकरण एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है।मुख्यमंत्री और सांसद को धन्यवाद, पर सवाल बाकीकुछ योजनाएं CRIF और PMGSY के माध्यम से स्वीकृत हुई हैं, जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सांसद राज्यलक्ष्मी शाह का आभार प्रकट किया गया है।फिर भी, सवाल यह है कि पहले से स्वीकृत योजनाएं रद्द क्यों की गईं?—

निष्कर्ष: चकराता और पुरोला विधानसभा में SCP के तहत स्वीकृत 80 योजनाओं की निरस्ती ने जनता में असंतोष और आक्रोश की लहर फैला दी है।जनता अब शासन-प्रशासन से सीधा जवाब चाहती है।यदि इस विषय पर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह मामला आगामी विधानसभा चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।–

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