, 31 अगस्त (संवाददाता) गढ़ देश न्यूज़।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को प्रदेश के आपदा प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। इस दौरान उन्होंने राहत, पुनर्वास और पुनःस्थापना कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।बैठक में उत्तरकाशी की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने धराली, हर्षिल और स्यानाचट्टी प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत व पुनर्वास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
स्यानाचट्टी की अस्थायी झील बनी चुनौती जिलाधिकारी ने बताया कि स्यानाचट्टी में बनी अस्थायी झील के मुहाने पर जमा मलबा हटाने और चौड़ीकरण का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। लगातार हो रही वर्षा के कारण नदी में फिर से मलबा जमा हो रहा है,
जिससे चैनलाइजेशन कार्यों में बाधा आ रही है।उन्होंने कहा कि अब तक नदी से काफी मात्रा में मलबा हटाया जा चुका है। मौसम साफ होते ही मलबा हटाने और चैनलाइजेशन का कार्य तेज गति से किया जाएगा।चिन्हित डंपिंग जोन में डाला जाएगा मलबाडीएम ने आगे बताया कि मानसून सीजन के बाद भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए धराली, हर्षिल और स्यानाचट्टी जैसे क्षेत्रों से मलबा हटाकर चिन्हित डंपिंग जोन में डाला जाएगा, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो।
सड़क संपर्क बहाल, जरूरत का सामान पहुंचाया जा रहाउन्होंने कहा कि हर्षिल और धराली में सड़क मार्ग को सुचारू कर दिया गया है। प्रभावित परिवारों तक रोजमर्रा का सामान और आवश्यक वस्तुएं समय-समय पर पहुंचाई जा रही हैं।
जिले के अधिकारी भी रहे मौजूद बैठक में एडीएम मुक्ता मिश्र, अधीक्षण अभियंता लोनिवि विजय कुमार, एसडीएम शालिनी नेगी, ईई सिंचाई सचिन सिंघल, ईई लोनिवि अनदीप राणा, आपदा समन्वयक जय पंवार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।-